महाजनपद

महाजनपदों का उदय लगभग छठी शताब्दी ईसा पूर्व मे गंगा और यमुना एवं बिहार में लोहे के अत्यधिक प्रयोग के कारण अधिक उत्पादन होने लगा था। उत्तर वैदिक काल के जनपद अब महाजनपदों में बदल गए। बौद्ध ग्रंथ अंगुत्तर निकाय और जैन ग्रंथ भगवती सूत्र में 16 महाजनपदों की जानकारी मिलती है। अंगुत्तर निकाय में … Read more

गुप्तकालीन धर्म और कला

गुप्तकालीन धर्म और कला

गुप्त शासको का अपना धर्म वैष्णव था लेकिन वह अन्य धर्म के प्रति भी उदारवादी थे। दो गुप्त शासको समुद्रगुप्त और कुमार गुप्त को अश्वमेध यज्ञ करने का श्रेय प्राप्त है।  वैष्णव धर्म– गुप्त शासको का राजकीय धर्म वैष्णव भी था। उन्होंने परमभागवत की उपाधि धारण की तथा ‘गरुड़’ को अपना राजकीय चिन्ह बनाया। गुप्तकालीन … Read more

मौर्य प्रशासन और कला

मौर्य प्रशासन और कला

गुप्तचर प्रशासन- मौर्य काल में गुप्तचर प्रशासन का महत्वपूर्ण स्थान था मौर्य काल में गुप्तचरों को गूढ़पुरुष कहा जाता था। मौर्य काल में 5 प्रकार के गुप्तचरों का पता चलता है जो निम्नलिखित हैं- संस्था – विभागो से संबंधित जानकारियां जुटाते थे। कपटिक – ये विद्यार्थियों के वेश में रहते थे। उदस्थित – ये साधुओं … Read more

मौर्य साम्राज्य

मौर्य साम्राज्य

नन्द वंश के अन्तिम शासक धनानंद को मारकर चंद्रगुप्त मौर्य ने मौर्य साम्राज्य की स्थापना किया। यूनानी लेखकों ने उसका नाम सेंड्रोकोट्स बताया। सर्वप्रथम इसकी पहचान चंद्रगुप्त मौर्य के रूप में सर विलियम जोन्स ने किया। चंद्रगुप्त की राजधानी पोलीब्रोथा (पाटलिपुत्र) थी । जानकारी के स्रोत कौटिल्य का अर्थशास्त्र – मौर्यो का इतिहास जानने के … Read more